ग्रामीण बताते हैं कि इस मंदिर की स्थापना कब हुई. आज तक कोई नहीं बता पाया. बड़े बुजुर्ग भी यही कहते चले गए. यह मंदिर काफी पुराना है. लेकिन, इसका कोई इतिहास आज तक ढूंढ नहीं पाया. इस मंदिर का रुख पूर्व की ओर नहीं बल्कि दक्षिण की ओर है Post navigation अखिलेश या राहुल, कौन है बड़ा नेता! यूपी में कांग्रेस किसके सहारे जीती 6 सीट? लिट्टी के साथ चोखा नहीं…खाइए चिकन की लैला-मजनू रेसिपी, खाते ही कहेंगे वाह!