रातरानी का इत्र बनाने के लिए व्यापारी कन्नौज की सबसे प्राचीन पद्धति डेग-भभका का ही इस्तेमाल करते हैं. बड़े से डेग में फूलों को भर दिया जाता है. उसके बाद उसको तेज आंच पर गर्म करते हुए मानक के अनुसार स्टीम के माध्यम से उसका इत्र तैयार किया जाता है. इसका रेट 400 रुपए से शुरू होता है.