Breaking
Thu. Jan 16th, 2025

गोरखपुर विश्वविद्यालय की कुलपति, प्रो. पूनम टंडन का कहना है कि अनुभवी पेशेवरों के शामिल होने से शोध की गुणवत्ता में सुधार होगा. विश्वविद्यालय ने इस नई व्यवस्था के तहत पांच साल की वरिष्ठ सेवा वाले उम्मीदवारों को प्राथमिकता दी है.

By

Related Post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *