महामहिम राज्यपाल ने अपने संबोधन में बालिकाओं की शिक्षा पर जोर दिया और समाज की सोच पर सवाल उठाते हुए, लड़कियों की शिक्षा के प्रति सकारात्मक बदलाव की आवश्यकता पर बल दिया Post navigation घर में ‘ट्यूशन’ पढ़ा रहे थे गुरुजी, अचानक चीखने लगी लड़की, फिर जो हुआ… कहीं नहीं देखी होगी ऐसी रामलीला! चल पड़ते है प्रभु श्रीराम