इस योजना का उद्देश्य स्थानीय उत्पादों को प्रोत्साहन देने के साथ-साथ रोजगार के नए अवसर उत्पन्न करना है..इस योजना के अंतर्गत मूर्ति निर्माण, कंठी माला, श्रृंगार का सामान, भगवान की पोशाक, और सेनेटरी फिटिंग जैसे उद्योगों के लिए ऋण प्रदान किया जा रहा है. Post navigation 25Nov तक करें गेहूं की बुवाई, इतनी मात्रा में गोबर खाद, नाइट्रोजन का इस्तेमाल हरियाणा से लेकर आए तोरई का बीज, 12 बीघा में शुरू की खेती, अब 5 लाख की कमाई