भारत में शादी बहुत खास अंदाज में होती है. हर राज्य में अलग रीति-रिवाजों के साथ विवाह होता है. शुभ कार्यों से पहले भट्टी पूजन की रस्म भी बहुत अहम मानी जाती है. भट्टी पूजा के लिए आंगन में बड़ी ईंटों से चूल्हा या लोहे का चूल्हे को बनाया जाता है. चूल्हे को चिकनी मिट्टी से पोतकर शुद्धता से लकड़ियां रखी जाती हैं. भट्टी के पास एक बड़ी दरी बिछाई जाती है. भट्टी में स्वस्तिक बनाया जाता है. फिर कलावा बांधा जाता है. मां चार आने का सिक्का रखती है. सभी महिलाएं अग्नि प्रज्वलित करते हुए गणेश जी के गीत गाती हैं. (रिपोर्टः निर्मल/ मथुरा)