Maharajganj News: एक लंबे समय तक अध्यापन और खासकर ऐतिहासिक लेखन करने वाले डॉ० परशुराम गुप्त ने लोकल 18 के साथ बातचीत में बताया कि इस स्तूप का सीधा संबंध बौद्ध धर्म से है. यह स्तूप अन्य दूसरे स्तूपों की तुलना में ज्यादा महत्वपूर्ण है. क्योंकि इसकी अभी तक खुदाई नहीं हुई है.