मौनी महाराज ने बातचीत के दौरान बताया कि यह अनुष्ठान भारत को विकसित बनाने और हिंदू राष्ट्र की संकल्पना को लेकर है. बहुत दिनों से मेरे मन में संकल्पना थी संपूर्ण विश्व में कहीं भी रुद्राक्ष ज्योतिर्लिंगों की मणियां नहीं है. Post navigation बेसन-तिल नहीं…खास चीज से तैयार होते हैं बाहुबली लड्डू, घी से लबालब शादी के सीजन में 70 रुपये वाली ज्वेलरी ने मचाई धूम, ग्राहकों की लगी भीड़