Prayagraj Maha Kumbh Mela 2025: महाकुंभ सिर्फ आस्था का पर्व नहीं, बल्कि आध्यात्म, इतिहास और संस्कृति का अनुपम संगम माना जाता है. कहते हैं कि इस मेले की शुरुआत आदि शंकराचार्य ने की थी. हर 12 सालों में आयोजित होने वाले इस मेले में करोड़ों लोग दुनियाभर से हिस्सा लेने पहुंचते हैं. अगर आप भी महाकुंभ का दीदार करने की सोच रहे हैं तो चलिए जानते हैं इस साल यहां क्या-क्या होगा खास.