पीलीभीत के रहने वाले माधव प्रसाद ने बताया कि पितरों की तृप्ति के सभी लोग विधि-विधान से पूजा, तर्पण और भोज आदि का आयोजन करते हैं. लेकिन, कई लोग ऐसे भी हैं जिनके आगे आर्थिक मजबूरी आ जाती है और अस्थि विसर्जन नहीं कर पाते हैं. ऐसे लोगों के लिए 28 सितंबर को शाम 8 बजे शहर के छतरी चौराहे से बस हरिद्वार के लिए रवाना होगी.