पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों का एक संगठित गिरोह है, जो फर्जी दस्तावेजों के आधार पर अलग-अलग फर्जी कंपनी कागजों में बनाते हैं। इन फर्जी कंपनियों की आड़ में आरोपियों ने फर्जी कॉल सेंटर खोल रखा था। Post navigation नोएडा में तेज रफ्तार ट्रक ने दो को रौंदा, चचेरे भाइयों की मौत एटीएम बूथ में डेबिट कार्ड बदलकर खाते से सवा लाख निकाले