बकरी फार्मिंग और रिसर्च सेंटर के इंचार्ज मुकुल आनंद ने बताया कि बंगाल गोट, बरबरी नस्ल की बकरी को पालकर किसान अधिक कमाई कर सकते हैं. इन बकरियों को पालने में कम खर्च होता है. इस नस्ल की बकरियां साल में दो बार बच्चे देती है. मीट को लेकर बकरे का डिमांड अधिक रहता है. नस्ल बेहतर रहने पर किसान को बकरे का अधिक रेट मिल जाता है.