18 नवंबर को सिकंदरपुर में बबीता के शव को ठिकाने लगाने से पहले उसे चाकू मार दिया गया और उसके सिर को पत्थर से कुचल दिया गया. अगले दिन, शर्मा अपनी दो बेटियों, मनन्या (11) और अनन्या (7) को ले गया, उनका गला घोंट दिया और उनके शव को सहावर में फेंक दिया. Post navigation 700 साल पुराने इस मंदिर में बसी हैं कृष्ण-बलराम की लीलाएं, जहां हर भक्त की… क्या होती हैं नागिन साधु, अखाड़ों में क्या करती हैं, पुरुष नहीं आ सकते पास